पश्चिम एशिया में 70,000 अमेरिकी सेनाओं से 11 ठिकानों पर घिरा है ईरान

  • तनाव के बीच ईरानी सांसद ने व्हाइट हाउस पर हमला करने की दी धमकी

  • ईरान की संसद में अमेरिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी, हमले की मांग

  • तीन हजार अतिरिक्त अमेरिकी सैनिकों को पश्चिम एशिया में भेजा गया है

  • भारत में अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कीअमेरिकी हमले में ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद पश्चिम एशिया में तनाव गहराता जा रहा है। ईरान बार-बार कह रहा है कि वह अमेरिकी हमले का बदला लेकर रहेगा। रविवार को ईरानी सांसद अबुल फजल अबूतोराबी ने संसद सत्र में अमेरिका को व्हाइट हाउस पर हमला करने की धमकी दे डाली। उन्होंने कहा, हम अमेरिकियों को उनकी धरती पर ही सबक सिखाएंगे। 
     

    ईरानी संसद में अमेरिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। सांसदों ने अमेरिका पर हमला करने की मांग भी की। ईरान पहले ही 35 अमेरिकी ठिकानों पर हमला करने की धमकी दे चुका है। वहीं, अमेरिका भी चेतावनी दे रहा है कि अगर फिर हमला हुआ तो उसे मुंहतोड़ सबक सिखाया जाएगा। क्षेत्र में जंग जैसे हालात बन गए हैं। 

    फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स, इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे पश्चिम एशिया में ईरान के चारों ओर 67,906 अमेरिकी सेनाएं हर वक्त मुस्तैद हैं और किसी भी अप्रत्याशित हालात से निपटने में भी सक्षम हैं। इनके अलावा ईरान से तनाव बढ़ने के बाद 3,000 अतिरिक्त अमेरिकी सेनाओं को पश्चिम एशिया में भेजा गया है। कुल मिलाकर 70 हजार से ज्यादा अमेरिकी सेनाएं ईरान के किसी भी हमले से निपटने के लिए तैयार हैं।


  • पश्चिम एशिया में कहां और कितनी हैं अमेरिकी सेनाएं






















































    देशसेना
    तुर्की2,500
    सीरिया800
    इराक6,000
    जॉर्डन3,000
    कुवैत13,000
    सऊदी अरब3,000
    बहरीन7,000
    कतर13,000
    यूएई5,000
    ओमान606
    अफगानिस्तान14,000

     

    सैन्य रैंकिंग में भी अमेरिका पहले और ईरान 14वें पर


    दुनियाभर के देशों की सैन्य क्षमताओं की रैंकिंग करने वाली वेबसाइट ग्लोबल फायर पावर ने अमेरिका को सैन्य क्षमता के मामले में पूरी दुनिया में नंबर वन पर रखा है। वहीं, 137 देशों की रैंकिंग में ईरान 14वें स्थान पर है। ईरान के पास 5.23 लाख सैनिक हैं। इसमें ईरान की आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और ईरान रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स के सभी सैनिक शामिल हैं। ईरान की आबादी 8 करोड़ से ज्यादा है। कहा जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर वह अपनी सैनिकों की संख्या में इजाफा कर सकती है। वहीं अमेरिका के पास कुल 13 लाख सैनिक हैं। अमेरिका की आबादी करीब 30 करोड़ है।